नई दिल्ली: भारत से हजारों करोड़ों का बैंक घोटाला करके फरार हुए हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को डोमिनिका में राहत मिल गई है। उसके खिलाफ यहां चल रहे अवैध एंट्री के केस को बंद कर दिया गया है। पिछले साल 23 मई को वह एंटीगुआ से गायब होकर अचानक डोमिनिका में पाया गया था।तभी डोमिनिका पुलिस ने उस पर अवैध तरीके से देश में एंट्री लेने का आरोप लगाकर उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। मेहुल चोकसी ने डोमिनिका पुलिस की कार्रवाई को गलत बताते हुए कहा था कि उसका अपहरण कर डोमिनिका लाया गया था। अब डोमिनिका के लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने उसके खिलाफ चल रही कार्रवाई को वापस ले लिया है। जनवरी 2018 में भारत से फरार होकर मेहुल चोकसी एंटीगुआ पहुंचा, जहां की उसने नागरिकता ली। मई 2021 में चौकसी को डोमिनिका में पकड़ा गया था। उस समय उसके प्रत्यारोपण को लेकर चर्चा हुई थी कि उसे भारत को सौंप दिया जाए, लेकिन डोमिनिका की सरकार ने ऐसा नहीं किया।
सरकार ने कहा कि उसके पास एंटीगुआ की ही नागरिकता है इसलिए उसे वहीं भेजा जाएगा, लेकिन गैरकानूनी तरीके से डोमिनिका में घुसने को लेकर मामला दर्ज कर लिया गया था। इसके बाद जुलाई में खराब तबीयत का कारण बताकर वह डोमिनिका हाईकोर्ट से जमानत लेकर एंटीगुआ चला गया। हालांकि, डोमिनिका में उसके खिलाफ केस चलता रहा। सरकार ने कहा थी कि मिनिस्ट्री ऑफ नेशनल सिक्योरिटी एंड होम अफेयर्स इस बात की पुष्टि करता है कि भारतीय नागरिक और भारत के लिए वॉन्टेड मेहुल चोकसी को डोमिनिका में गैरकानूनी तरीके से आने के लिए हिरासत में लिया गया है। बयान में ये भी कहा गया था कि मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल की तरफ से रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है।