महामारी की मार झेल रहे सर्वर बाजार में 2020 की अंतिम तिमाही में 11.2 प्रतिशत की कमी

महामारी की मार झेल रहे सर्वर बाजार में 2020 की अंतिम तिमाही में 11.2 प्रतिशत की कमी

नई दिल्ली, | महामारी के समय मांग में आई कमी के साथ ही भारत में समग्र सर्वर बाजार में राजस्व के मामले में सालाना आधार पर 11.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जो कि वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में 26.21 करोड़ डॉलर रहा है। आईडीसी की एक हालिया रिपोर्ट में गुरुवार को यह आंकड़े पेश किए गए।

राजस्व के लिहाज से एक्स86 सर्वर बाजार का योगदान बढ़कर 92.9 प्रतिशत हो गया, जो पिछले साल की समान तिमाही से 4.8 प्रतिशत अधिक है।

डेल टेक्नोलॉजीज भारत के एक्स86 सर्वर बाजार में राजस्व हिस्सेदारी के मामले में 29.6 प्रतिशत के साथ शीर्ष विक्रेता के तौर पर उभरा और इसका राजस्व 7.31 करोड़ डॉलर रहा।

एचपीई ब्रांड 19.5 प्रतिशत की राजस्व हिस्सेदारी और 4.82 करोड़ डॉलर के राजस्व के साथ दूसरे स्थान पर आया। तीसरे स्थान पर लेनोवो कंपनी रही, जिसकी 10.9 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ 2.70 करोड़ डॉलर का राजस्व आंका गया।

सिस्को चौथे स्थान पर रही, जिसके पास 9.1 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के अलावा 2.26 करोड़ डॉलर का राजस्व दर्ज किया गया।

आईडीसी इंडिया में मार्केट विश्लेषक (सर्वर) हर्षल उदतेवार ने एक बयान में कहा, “2021 के लिए हम उम्मीद करते हैं कि सर्वर मार्केट की डिमांड बड़ी कंपनियों, लोकल डेटा सेंटर प्लेयर्स, टेलीकम्यूनिकेशन कंपनियों, बैंकिंग और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस और मैन्युफैक्च रिंग फर्मों में बढ़ेगी। सरकारी पाइपलाइन आशाजनक दिखती है और 2021 की दूसरी छमाही में खर्च की उम्मीद की जा सकती है।”

रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्य रूप से एक्स86 बाजार में सबसे ज्यादा योगदान पेशेवर सेवाओं, दूरसंचार और विनिर्माण क्षेत्र से आया है।

प्रोसेसर-ब्रांड स्तर पर, एएमडी ने 2020 की चौथी तिमाही के अंत में 8.4 प्रतिशत की राजस्व हिस्सेदारी के अलावा 4.7 प्रतिशत सालाना आधार पर राजस्व वृद्धि दर्ज की है।

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