एसकेएफ इंडिया ने कौशल विकास के लिए टाटा स्ट्राइव से की साझेदारी

एसकेएफ इंडिया ने कौशल विकास के लिए टाटा स्ट्राइव से की साझेदारी

पुणे, | बियरिंग्स बनाने वाली कंपनी एसकेएफ इंडिया ने टाटा स्ट्राइव के साथ स्किल डेवलपमेंट पहल को लेकर एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। टाटा स्ट्राइव, टाटा ट्रस्ट्स की एक ऐसी इकाई है जो देश के युवाओं के कौशल विकास के लिए काम करती है। इसके लिए वह टाटा समूह और उसके बाहर की कंपनियों, सरकारों, बैंकों और एनजीओ के साथ मिलकर काम करती है।

इसके लिए महाराष्ट्र के पुणे में ‘एसकेएफ-टाटा स्ट्राइव स्किल डेवलपमेंट सेंटर’ स्थापित किया गया है, जो व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र है। इस प्रोग्राम के जरिए देश के वंचित युवाओं तक पहुंचा जाएगा और उन्हें इंडस्ट्री से संबंधित स्किल्स में माहिर किया जाएगा, ताकि उनकी रोजगार क्षमता में सुधार हो।

इस साझेदारी पर बात करते हुए एसकेएफ इंडिया के एमडी मनीष भटनागर ने कहा, “शिक्षा और कौशल ऐसे क्षेत्र हैं, जहां हम बहुत परिवर्तन ला सकते हैं। हम शिक्षा को मजबूत करने और इंडस्ट्री की जरूरतों के बीच के अंतर को पाटने के लिए टाटा स्ट्राइव के साथ अपनी नई साझेदारी का स्वागत करते हैं। इससे युवाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ावा मिलेगा। एक कॉर्पोरेट के तौर पर अपनी सामाजिक जिम्मेदार निभाने के लिए हम चाहते हैं कि हमारे सभी कार्यक्रम एक सार्थक बदलाव लाएं और हम भविष्य में भी इसी तरह की पहल जारी रखेंगे।”

वहीं टाटा स्ट्राइव की सीईओ अनीता राजन ने कहा, “केंद्र की स्थापना गुणवत्ता प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिये युवा लोगों के रोजगार में सुधार के लिए की गई है। एक साथ इस अंतर को पाटने के लिए हम काम करेंगे।”

इस साझेदारी के तहत एसकेएफ इंडिया और टाटा स्ट्राइव संयुक्त रूप से अपने ऑपरेशनल क्षेत्रों के भीतर बेरोजगार युवाओं और काम करने वाले युवाओं के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम विकसित और वितरित करेंगे।

इस एमओयू के तहत ऑटोमोबाइल तकनीशियन को व्यक्तित्व विकास, प्रबंधन कौशल और उद्यमिता कौशल का व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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