पैरिस। फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद कार्टून विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले की चिंगारी अब बाकी देशों में भी भड़क रही है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के खिलाफ मुस्लिम देशों में प्रदर्शन हो गए हैं। इस बीच अब उनके एक मंत्री के बयान से नया बवाल मच गया है। फ्रांस के आंतरिक मामलों के मंत्री गेराल्ड डरमानिन ने एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा कि फ्रांस ने कट्टरपंथी इस्लाम के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है। उन्होंने संसद में पेश किए जाने वाले बिल के बारे में और ज्यादा जानकारी दी। इससे पहले फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा था कि ‘इस्लाम संकट में है।’
मंत्री ने कहा, ‘अगर किसी ने महिला डॉक्टर से इलाज करवाने से मना किया तो उसे 5 साल तक जेल में डाला जा सकता है और 75 हजार यूरो का जुर्माना लगाया जा सकता है।’ गेराल्ड ने कहा कि उन लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे जो अधिकारियों पर दबाव डालते हैं या जो शिक्षकों के पाठ को ग्रहण करने से इनकार करते हैं। फ्रांसीसी मंत्री के इस बयान से सोशल मीडिया में बवाल मच गया है। बड़ी संख्या में मुसलमान ट्वीट करके फ्रांसीसी मंत्री के इस बयान की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। यही नहीं मुस्लिम 5 साल की सजा और भारी जुर्माने पर भी सवाल उठा रहे हैं।