बर्लिन, | जर्मनी के संसदीय चुनावों के लिए मतदान के नवीनतम फोर्सा सर्वेक्षण से पता चलता है कि क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स और क्रिश्चियन सोशल यूनियन (सीडीयू, सीएसयू) के सेंट्रल राइट गठबंधन ने ग्रीन्स पर अपनी बढ़त बढ़ा दी है।
पोल को आरटीएल और एनटीवी द्वारा कमीशन किया गया था। इसे बुधवार को प्रकाशित किया गया है। उसके नतीजों में सीडीयू और सीएसयू 27 प्रतिशत, दो अंकों की वृद्धि के साथ आगे है जबकि ग्रीन्स का शेयर दो अंक गिरकर 22 प्रतिशत हो गया।
डीपीए ने बताया कि पिछले सप्ताह के आंकड़ों की तुलना में अन्य सभी दलों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। साथ ही सुझाव दिया गया हैं कि एसपीडी और एफडीपी 14 फीसदी, एएफडी 9 और लिंके (वाम दल) 6 पर है।
मतदान एक जून से शुरू हुआ और सोमवार तक चला।
अगर सितंबर के चुनाव में आंकड़े वास्तविक वोटों में तब्दील होते, तो तीन सरकारी संयोजन संभव है। इसमें सीडीयू- सीएसयू- ग्रीन्स, ग्रीन्स- एसपीडी और एफडीपी का एक तथाकथित ट्रैफिक लाइट गठबंधन और सीडीयू-सीएसयू, एसपीडी और एफडीपी का गठबंधन प्रमुख है।
चांसलर के लिए ग्रीन्स के उम्मीदवार, एनालेना बारबॉक की बढ़त, उनके प्रतिद्वंद्वियों आर्मिन लास्केट और ओलाफ स्कोल्ज के खिलाफ कम हो गई है। पिछले सप्ताह की तुलना में, उसने तीन प्रतिशत अंक गंवाए और 21 प्रतिशत पर आ गई। लैसेट अब 20 प्रतिशत (प्लस 1) पर है, और स्कोल्ज की स्थिति बढ़कर 16 प्रतिशत (प्लस 2) हो गई है।
फोरसा 2.5 प्रतिशत अंकों की त्रुटि का सांख्यिकीय मार्जिन देता है। सिद्धांत रूप में, सर्वेक्षण केवल समय की राय को दशार्ते हैं, चुनाव परिणाम के पूवार्नुमान नहीं हैं।