ग्रीस के सेंटोरिनी द्वीप स्थित लोकप्रिय पर्यटन स्थल, एजियन सागर में स्थित स्कूल सोमवार को बंद कर दिए गए। फुटबॉल मैदानों पर टेंट लगा दिए गए हैं। अधिकारियों ने सप्ताहांत में आए भूकंपों के बाद ये एहतियाती कदम उठाए हैं। वैज्ञानिकों ने कहा कि उस समय, भूकंप के झटके कई महीनों तक चले, लेकिन इससे जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। सेंटोरिनी हेलेनिक ज्वालामुखी आर्क का हिस्सा है। इतिहासकारों के अनुसार, 3,600 साल पहले एक बड़े ज्वालामुखी विस्फोट के कारण विनाशकारी सुनामी आई थी, जो क्रेते तक पहुंच गई थी। हालांकि, आधुनिक इतिहास में कोई भी बड़ी ज्वालामुखी आपदा दर्ज नहीं की गई है।
स्थानीय वैज्ञानिकों ने मौजूदा भूकंपों के लिए ज्वालामुखीय गतिविधि के बजाय टेक्टोनिक गतिविधि को जिम्मेदार ठहराया है। ग्रीस के भूकंप नियोजन और संरक्षण संगठन के अध्यक्ष और एथेंस के राष्ट्रीय और कापोडिस्ट्रियन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एफ़थिमियोस लेक्कास ने सोमवार को बताया कि मौजूदा भूकंपीय गतिविधि और हाल के महीनों में ज्वालामुखी क्षेत्र में देखी गई गतिविधि के बीच कोई संबंध नहीं है। सेंटोरिनी में 1956 में 7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, जिसके परिणामस्वरूप 50 लोगों की मौत हो गई थी और भारी मात्रा में भौतिक क्षति हुई थी। लेक्कास ने कहा कि इस बार, वैज्ञानिकों को उम्मीद नहीं है कि मौजूदा भूकंपीय गतिविधि रिक्टर पैमाने पर 6 से अधिक तीव्रता का कंपन पैदा करेगी, लेकिन आशंका है कि भूकंप कई हफ्तों तक चलेगा।
वीरेंद्र/ईएमएस/04फरवरी2025