अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान आज

-कमला हैरिस और ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर, मतपत्र में भारतीय भाषा के तौर पर दिखेगी बंगाली
वॉशिंगटन । अमेरिका में नए राष्ट्रपति के लिए 5 नवंबर को वोटिंग होनी है। अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच मुकाबला है। कमला हैरिस डेमोक्रिटक उम्मीदवार है। वहीं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिक पार्टी के कैंडिडेट हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति के साथ नए उपराष्ट्रपति के लिए वोट डाले जाएंगे। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए 5 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वहीं 20 जनवरी को नया राष्ट्रपति शपथ लेगा। कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप में से कोई एक अमेरिका का नया राष्ट्रपति होगा। अमेरिका में हर स्टेट से इलेक्टर्स होते हैं। आबादी को देखते हुए हर राज्य में निर्वाचक की संख्या होती है। अमेरिका में कुल 538 इलेक्टर्स हैं। राष्ट्रपति बनने के लिए उम्मीदवार को 270 इलेक्टोरल वोट की जरूरत होती है।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव लोकप्रिय वोट पर आधारित नहीं होते। यानी सीधे वोटर अपने राष्ट्रपति का चुनाव नहीं करते। इसके बजाय, वहां इलेक्टोरल कॉलेज नाम का सिस्टम है। नवंबर में होने वाले चुनाव में वोटर इलेक्टोरल कॉलेज के सदस्यों के लिए मतदान करते हैं। फिर ये चुने हुए प्रतिनिधि आगे राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। जीतने वाले उम्मीदवार को उस राज्य के चुनावी वोट मिलते हैं, जो काफी हद तक जनसंख्या पर आधारित होते हैं। 48 राज्यों में, जो उम्मीदवार लोकप्रिय वोट जीतता है, उसे उस राज्य के सभी चुनावी वोट मिलते हैं। मेन और नेब्रास्का अपवाद हैं और वे आनुपातिक प्रणाली का उपयोग करते हैं। किसी भी उम्मीदवार को देश के 538 इलेक्टोरल वोटर्स में से बहुमत, या 270 वोट जीतने की जरूरत होती है। एक उम्मीदवार को लोकप्रिय वोटों का बहुमत मिल सकता है, लेकिन फिर भी वह हार सकता है, अगर वह इसे इलेक्टोरल कॉलेज के बहुमत में तब्दील न कर पाए। 2016 में, डेमोक्रेट हिलेरी क्लिंटन ने ट्रंप की तुलना में लगभग 3 मिलियन अधिक वोट जीते, लेकिन वह चुनाव से हार गईं क्योंकि ट्रंप ने 306 इलेक्टोरल कॉलेज जीत कर बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया।
कौन-कौन उम्मीदवार
राष्ट्रपति जो बाइडेन के रेस से पीछे हटने के बाद कमला हैरिस (60) ने डेमोक्रेटिक पार्टी से नामांकन जीता। अगर वह जीतती हैं तो अमेरिका के 248 सालों के इतिहास में पहली महिला राष्ट्रपति होंगी। उनका मुकाबला डोनाल्ड ट्रंप (78) से हैं जो रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं। वह 2020 में राष्ट्रपति चुनाव हार गए थे। ट्रंप और हैरिस के अलावा, राष्ट्रपति बनने की रेस में लिबरटेरियन पार्टी के चेज ओलिवर और ग्रीन पार्टी की जिल स्टीन भी शामिल हैं। इसके अलावा, 71 साल के कॉर्नेल वेस्ट निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
दिखेगी भारत की धमक
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जहां भारत की धमक भी खूब दिख रही है। इस बार न्यूयॉर्क में चुनाव के मतपत्र पर भी भारतीय भाषा भी नजर आएगी। मतपत्र पर भारत की भाषा के तौर पर बंगाली में उम्मीदवारों नाम लिखे होंगे। नगर नियोजन विभाग के मुताबिक न्यूयॉर्क में 200 ये ज्यादा भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन चुनाव में अंग्रेजी के अलावा मतपत्र पर चार अन्य भाषाएं भी होंगी। इसमें बंगाली को शामिल किया गया है। अमेरिका के बोर्ड ऑफ इलेक्शन एनवाईसी के कार्यकारी निदेशक माइकल जे रयान ने बताया कि मतपत्र पर अंग्रेजी के अलावा चार अन्य भाषाएं भी होंगी। इसमें चीनी, स्पेनिश, कोरियाई और बंगाली शामिल है। उन्होंने बताया कि बंगाली को भारतीय भाषा के तौर पर एक मुकदमे के बाद चुना गया था।
विनोद उपाध्याय / 04 नवम्बर, 2024

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