काबुल, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी और नाटो के महासचिव जेन स्टोलटेनबर्ग ने फोन पर बातचीत की और काबुल सरकार और तालिबान के बीच शांति वार्ता पर चर्चा की। यह जानकारी मंगलवार को जारी एक आधिकारिक बयान से मिली। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गनी के कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने सोमवार को ‘अफगान शांति प्रक्रिया और अफगानिस्तान रक्षा और सुरक्षा बलों के लिए नाटो के निरंतर समर्थन’ पर चर्चा की।
रिपोर्ट के अनुसार, स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि नाटो अफगान रक्षा और सुरक्षा बलों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह बलों को प्रशिक्षित करने, सलाह देने और मदद करने के अपने मिशन को जारी रखेगा।
गौरतलब है कि तीन सप्ताह के ब्रेक के बाद 5 जनवरी को शांति वार्ता फिर शुरू हुई है।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, यह दौर युद्धविराम वाले देश में युद्धविराम और हिंसा में कमी पर केंद्रित होगा।
यह वार्ता औपचारिक रूप से सितंबर 2020 में शुरू हुई।