देश में हर आपदा में उतरा संघ
मथुरा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि हिंदू समाज की एकता लोक कल्याण के लिए जरुरी है। हिंदु समाज संगठित होकर सुख प्रदान करेगा। हिंदुओं को तोड़ने के लिए अगर शक्तियां काम करती हैं, तब उन्हें आगाह करना पड़ता है। दत्तात्रेय होसबोले शनिवार को मथुरा में पत्रकारों को संबोधित करते हुए ये बात कही।
उन्होंने कहा कि हिंदू समाज एकजुट होकर नहीं रहेगा, तब आजकल की भाषा में कटेंगे तो बंटेंगे हो सकता है। इसलिए एकता जरूरी है। हिंदू समाज की एकता लोक कल्याण के लिए है। उन्होंने कहा कि अनेक जगहों से धर्मांतरण के मामले आ रहे हैं। दुर्गा पूजा और गणेश विसर्जन के समय हमले भी हुए हैं। संघ के सहकार्यवाह ने कहा ओटीटी पर रेगुलेशन जरूरी है। सेंसर बोर्ड की तरह ओटीटी को लेकर कानून होना चाहिए। मोदी सरकार भी इस पर विचार करे। बांग्लादेश के संदर्भ में उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने वहां सभी समाजों की मदद की। हिंदुओं को वहां से पलायन नहीं करना चाहिए।
होसबोले ने कहा कि हमने केवल कार्य विस्तार ही नहीं किया। हर कष्ट और आपदा में संघ तुरंत आगे आता है। प्राकृतिक आपदाओं में मदद के लिए आगे आता है। जुलाई में बंगाल के तारकेश्वर नदी में बाढ़ आई। स्वयंसेवकों ने इसमें 25 हजार लोगों की मदद की। जान बचाई, खाने की चीजें भेजी। पुरी में बाढ़ आई। 40 हजार लोगों की सहायता की। वायनाड में मुस्लिमों का अंतिम संस्कार संघ के कार्यकर्ताओं ने किया। उन्होंने कहा कि अभी भी दाना चक्रवात चल रहा है। इसमें स्वयंसेवक सेवा दे रहे हैं। वायनाड में लैंडस्लाइड हुआ। तुरंत 1000 स्वयंसेवक सेवा के लिए उतरे। हिंदू-मुस्लिम सबकी समान रूप से मदद की। गुजरात के वडोदरा में बाढ़ आई तब स्वयंसेवकों ने मदद की।
सरकार्यवाह होसबोले ने पांच परिवर्तन लाने की अपील कर कहा कि संघ प्रमुख ने पंच परिवर्तन का उल्लेख किया है। पांच विषयों कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी जीवनशैली, नागरिक कर्तव्य की अपने जीवन में आदत डालें। दूसरे लोगों को भी प्रेरित करें। होसबोले ने कहा कि जहां शाखा नहीं लगती, वहां समाज के लोग इकट्ठा होकर आपस में भाईचारा और हिंदू संस्कृति को सिखाने का काम करते हैं