जोधपुर शहर से 50 किलोमीटर दूर तिंवरी के पास घेवड़ा गांव के रहने वाले। इस गांव के सरपंच भी। खुद का मकान है। लेकिन, इनका परिवार खुद का घर छोड़ खेत में जाकर रहने लगा है। कारण है, लंपी से हो रही गायों की मौत। लाशों का ढेर इतना बढ़ चुका है कि बदबू में रह पाना मुश्किल हो गया है।
ऐसे अकेले केवलराम नहीं है। इस गांव में रहने वाले 5 से 7 परिवार और भी है जो अपना घर छोड़ या तो खेतों में शिफ्ट हो गए है या फिर कहीं और। क्योंकि, लंपी से गायों की मौतों का आंकड़ा इतना हो चुका है कि दफनाने के लिए जगह नहीं बची है।