उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के चेयरमैन मुफ्ती शमून कासली ने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का समर्थन किया है।
कासली ने एक चैनल से बातचीत में कहा, वक्फ संपत्ति की बहस चल रही है। लेकिन यह समझने की जरूरत है कि देश में साढ़े 9 लाख संपत्तियां जिस समुदाय के पास हों, वह यदि दयनीय स्थिति में है तो ऐसा किसकी वजह से है। यह स्थिति इन दलालों की वजह से है। कांग्रेस ने अपने 60 साल के कार्यकाल के अंदर इन संपत्तियों को बर्बाद किया। उस दौर में जो वक्फ बोर्ड होता था, वह इसे लूट कर खाता था। अगर कब्रिस्तान हमारे हजारों बीघे के अंदर फैले हुए हैं। यदि उनमें पेड़-पौधे लगा देते तो क्या होता। हम एक जगह गए तो देखा कि हजारों गज की जगह खाली पड़ी है। मैंने वहां जाकर मुसलमानों से कहा कि इनमें पेड़ ही लगा दो तो आप लोगों की कमाई ही होगी।
मुफ्ती शमून कासमी ने कहा कि गरीब मुसलमानों का पैसा सालों तक लूटा गया। यदि आज वक्फ बोर्ड की जांच हो जाए तो पता चलेगा कि कितनी लूट कर ली गई। मैं तो कहूंगा कि उस लूटे हुए पैसे की रिकवरी की जाए। मुफ्ती कासमी के बयान को केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री किरेन रिजिजू ने भी एक्स पर शेयर किया है और उनकी बात से सहमति जताई है। वीडियो शेयर करते हुए रिजिजू ने लिखा है, इस वास्तविक मुस्लिम आवाज को सुनें। मुफ्ती शमून कासमी सत्य बयां कर रहे हैं। वह भारत में वक्फ संपत्तियों की जमीनी हकीकत बता रहे हैं।