भोपाल। कोरोना काल में गरीबों के सामने समस्याओं का पहाड़ टूटा है। रोजगार पर पड़े असर के कारण दो वक्त की रोटी का इंतजाम मुश्किल हो गया है। मध्य प्रदेश में इन हालातों में बड़ा वर्ग मुश्किल में न आए, इसलिए पात्र गरीबों केा निशुल्क राशन दिया जा रहा है, मगर बुजुर्गों और दिव्यांगों को राशन दुकानों तक पहुॅचना मुश्किल हो चला है। इसी के चलते उन्हें घर तक ही राशन पहुॅचाने की मुहिम शुरु की गई है।
खादय नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख ने निर्देश दिए है कि नियमित खाद्यान्न तीन माह अप्रैल, मई, जून के साथ प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना अंतर्गत भी दो माह मई, जून का भी पात्र उपभोक्ताओं को पांच किलो प्रति हितग्राही के मान से गेहूँ एक मुश्त नि:शुल्क दिया जाए। इस तरह हितग्राही को पांच माह का निशुल्क राशन दिया जा रहा है।
सामान्य हितग्राही तो राशन दुकान पर पहुॅचकर राशन हासिल कर लेता है। जो लोग वृद्ध है और शारीरिक तौर पर विकलांग है, उनके लिए दुकान तक जाना बड़ी मुसीबत बन जाता है। इन स्थिति में उन्हें किसी तरह की मुसीबत से न गुजरना पड़े इसके भी इंतजाम किए गए है। वृद्ध एवं शारिरिक रूप से नि:शक्त हितग्राहियों को उचित मूल्य की दुकानों से आशीर्वाद योजना के अंतर्गत उनके घरों तक राशन पहुंचाया जाएगा अथवा नॉमिनी के माध्यम से वितरित किया जाए।
राशन वितरण मे किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए खाद्य, राजस्व, सहकारिता विभाग के अमले को समय समय पर दुकानों का निरीक्षण करने को कहा गया है। साथ ही वितरण में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर कठोर कार्यवाही की जाने को भी कहा गया है।
गरीबों केा राशन वितरण हो यह बडी चुनौती है, सभी हितग्राहियों को पात्रता अनुसार (तीन माह का नियमित व दो माह का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना) प्रति व्यक्ति खाद्यान्न मिल रहा है इसके परीक्षण की जिम्मेदारी खाद्य, सहकारिता, राजस्व विभाग पर है। इन विभाग के अमले को प्रतिदिन नियमित भ्रमण कर स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है।
राज्य में कोरोना के संकट के मददेनजर अस्थाई पात्रता पर्चीधारी परिवारों को पांच किलो ग्राम प्रति सदस्य के मान से माह तीन माह अप्रैल, मई, जून 2021 का नियमित एवं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का दो माह का कुल पांच माह का राशन अस्थाई पात्रता पर्ची धारी परिवारों को वितरण किया गया है।