चंडीगढ़, । हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हमारी संस्कृति और विरासत किताबों में उपलब्ध है और ज्ञान की रोशनी से ही जीवन में अंधकार को दूर किया जा सकता है। नायब सिंह सैनी सोमवार को पंचकूला में आयोजित तृतीय पुस्तक मेले का शुभारंभ करते हुए बोल रहे थे । इस अवसर पर उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कुरूक्षेत्र के गांव अरूणाय, करनाल के बड़ा गांव और झज्जर के गांव मदाना में बनाए गए सरदार पटेल पुस्तकालयों का भी उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने पुस्तक मेले का अवलोकन किया और कई पुस्तकों का लोकार्पण भी किया।
उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा करनाल के बड़ा गांव, कुरूक्षेत्र के अरूणाय गांव तथा झज्जर मदाना कलां गांवों में सरदार पटेल पुस्तकालय के निर्माण में 20-20 लाख रुपये की लागत आई है। इन पुस्तकालयों में कम्प्यूटर व इंटरनेट की सुविधा मुहैया करवाई गई है, जिससे आसपास के गांवों के युवाओं को भी भरपूर लाभ मिलेगा।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस पुस्तक मेले का उद्देश्य भी हमारे ज्ञान को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है जहां अंधेरा घना है, वहां दीप जलाना कहां मना है। आज एक पुस्तक भी हम पढ़ते हैं तो वो एक पुस्तक ही दीपक जलाने का काम करेगी।
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि इस मेले में विभिन्न भाषाओं की हजारों पुस्तकें उपलब्ध हैं। यहां उपस्थित लोगों की जन भागीदारिता को देखते हुए पता चलता है कि पुस्तकें कितनी जरूरी हैं। जिस व्यक्ति की जिन विषयों में रुचि है, वे इस मेले में उपलब्ध पुस्तकों से जानकारी हासिल कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्ञान की देवी माता सरस्वती की उपासना विद्यालयों और पुस्तकालयों में होती है। विद्यालयों में गुरु के चरणों में बैठकर और पुस्तकालयों में अध्ययन कर विषयों की गहन जानकारी हासिल करते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम ने सीएसआर योजना के तहत पिछले तीन साल में 25 से ज्यादा लाइब्रेरियां खोली हैं। आज भी तीन पुस्तकालयों का उद्घाटन किया गया है, जो दूसरे विभागों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
सैनी ने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश के युवाओं को 2 लाख नौकरियां देने का वायदा किया है। इन भर्तियों व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए पुस्तकालयों की जरूरत है। जिला मुख्यालयों पर पहले ही जिला स्तरीय लाइब्रेरियां उपलब्ध हैं। अब कॉलेजों व स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी अपग्रेड की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गांव में पुस्तकालय खोले जा रहे हैं। इनमें कंप्यूटर की व्यवस्था भी मुहैया करवाई जा रही है। ऑनलाइन व्यवस्था और ई-बुक्स भी उपलब्ध करवाई जा रहीं हैं। युवा अपने विषय की ऑनलाइन जानकारी हासिल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 10 सालों से प्रदेश में युवाओं को बिना खर्ची-पर्ची के नौकरियां मिली हैं। इससे प्रदेश के युवाओं का माहौल ही बदल गया है। अब प्रदेश का युवा सिफारिशों को ढूंढने की बजाए लाइब्रेरियों में जाकर तैयारी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘म्हारा गांव- जगमग गांव’ योजना के तहत 86 प्रतिशत गांवों में 24 घंटे बिजली दी जा रही है। बिजली एजेंसियों ने प्रदेश को बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया है। उन्होंने कहा कि आदर्श ग्राम योजना के तहत 200 से अधिक गांवों को आदर्श गांव बनाने का काम किया जा रहा है। सीएसआर के तहत ही गांव के विकास के अलावा गरीबी उन्मूलन, कुपोषण, स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छता पखवाड़ा, पर्यावरण, पेंशन, शिक्षा, लिंगानुपात, खेलों के विकास और प्रधानमंत्री राहत कोष में सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी सीएसआर के तहत प्राइवेट कम्पनियों व उद्योगों ने लोगों की बड़ी ही सहायता की थी।
जग मोहन ठाकन/04/11/2024