मुंबई । अभिनेत्री शबाना आज़मी फ़ेस्टिवल डेस 3 कॉन्टिनेंट्स के 46वें संस्करण में शामिल होने के लिए फ़्रांस जा रही हैं। हिंदी सिनेमा में 50 वर्षों की शानदार यात्रा के लिए शबाना आज़मी को विशेष सम्मान दिया जाएगा। यह प्रतिष्ठित सांस्कृतिक आयोजन एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के सिनेमा को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करता है।
इस अवसर पर उनकी बेहतरीन फिल्मों का एक रेट्रोस्पेक्टिव आयोजित किया जाएगा, जिसमें अंकुर, मंडी, मासूम और अर्थ जैसी कालजयी फिल्में शामिल होंगी। इन फिल्मों के जरिए उनकी बहुमुखी अभिनय क्षमता और समाज से जुड़ी कहानियों पर उनकी पकड़ को श्रद्धांजलि दी जाएगी। शबाना आज़मी की फिल्मों को फ्रांस में पहले भी सराहा गया है। उनकी फिल्म गॉडमदर को इसी फेस्टिवल में ओपनिंग नाइट फीचर के रूप में प्रदर्शित किया गया था। इसके अलावा, उन्हें सेंटर पॉम्पिडो और सिनेमैथेक जैसे प्रतिष्ठित स्थानों पर भी सम्मानित किया जा चुका है। 2024 शबाना आज़मी के करियर के 50 वर्षों का मील का पत्थर है। हाल ही में, मुंबई फिल्म फेस्टिवल (एमएएमआई) में भी उन्हें सिनेमा में उनके अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया। वह एकमात्र भारतीय अभिनेत्री हैं, जिन्होंने पाँच राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार जीते हैं और उनके खाते में कई फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार भी हैं। शबाना आज़मी ने केवल भारतीय सिनेमा में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी छाप छोड़ी है।
उनकी हॉलीवुड फिल्में जैसे मैडम सौसत्ज़का, सिटी ऑफ जॉय, और सन ऑफ द पिंक पैंथर उनके ग्लोबल रेंज को दर्शाती हैं। उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म श्री (1988) और पद्म भूषण (2012) जैसे उच्च नागरिक सम्मान मिल चुके हैं। सिनेमा के अलावा, शबाना आज़मी सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं। 1989 में उन्हें फ्रांस में मानवाधिकारों के लिए उनके प्रयासों को मान्यता देते हुए राष्ट्रपति फ्रांस्वा मिटर्रैंड द्वारा सम्मानित किया गया था। फ़ेस्टिवल डेस 3 कॉन्टिनेंट्स जैसे आयोजन वैश्विक सिनेमा और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देते हैं।