भोपाल । राजधानी के शाहजहांनाबाद में 3 दिन से लापता बच्ची का शव गुरुवार को मिला है। बच्ची का परिवार जिस मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में रहता है, शव उसी बिल्डिंग के एक बंद फ्लैट में पानी की टंकी में मिला। पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि आरोपी ने बच्ची को अगवा कर दुष्कर्म किया। फिर रेप के बाद गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव पानी की टंकी में छिपा दिया। पुलिस ने आरोपी अतुल को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी मां और बहन को भी आरोपी बनाया है।
दोनों ने घटना को छिपाने का प्रयास किया। पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी बनाई है। हैरानी की बात है कि परिजन की शिकायत के बाद 5 थानों का पुलिस बल बच्ची की तलाश में जुटा था। ड्रोन, डॉग स्क्वॉयड, साइबर और 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी उसे ढूंढ रहे थे। पुलिस ने 1000 से ज्यादा फ्लैटों की तलाशी ली। मल्टी के पास नाले, पानी की टंकियां और अन्य जल स्रोतों में भी गोताखोर बच्ची को तलाश चुके थे। बच्ची के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद छोला विश्राम घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया। आश्चर्यजनक बात तो यह है कि एक तरफ शासन-प्रशासन सख्त कानून की दुहाई देकर मप्र में कानून व्यवस्था को दुरुस्त बता रहा है, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बाढ़ सी आ गई है। जिसको देखकर अब तो लोग कहने लगे हैं कि संभलकर बेटियों! महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं मप्र।
कानून व्यवस्था पर उठ रहे गंभीर सवाल
महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म, छेड़छाड़, मारपीट की बढ़ती घटनाओं के कारण मप्र की कानून व्यवस्था पर बड़े गंभीर सवाल उठ रहे हैं। प्रदेश सरकार भले ही महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने कर दावे करती है लेकिन ताजा घटनाओं को देखें तो महिलाओं के साथ अपराध बढ़ गए हैं। बीते कुछ दिनों में महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा के संबंध में प्रदेश की पुलिस कठघरे में खड़ी नजर आ रही है।