रतलाम। मुंबई-दिल्ली रेल मार्ग पर ईश्वर नगर रेलवे फाटक व मोरवनी स्टेशन के बीच ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक व महिला की मौत हो गई। दोनों विवाहित थे और उनकी पहचान दो साल पहले हुई थी। पति का कहना है कि पत्नी ने युवक को राखी बांध रखी थी और उनके बीच राखी-डोरे के संबंध थे। दोनों के ट्रेन से टकराकर खुदकुशी करने की बात सामने आ रही है। खुदकुशी करने का कारण पता नहीं चला है। दीनदयाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार मंगलवार रात ककरीब साढ़े दस बजे दोनों के डाउन लाइन किनारे शव पड़े होने की सूचना मिली थी। दोनों थोड़ी-थोड़ी दूर पड़े हुए थे। घटना स्थल की जांच के बाद दोनों के पोस्टमार्टम के लिए शव जिला अस्पताल भिजवाए गए।
दोनों के शव रेल पटरी पर पड़े होने की सूचना तेजी से शहर में फैली। गुरुवार सुबह दोनों के स्वजन जिला अस्पताल पहुंचे और युवक के शव की शिनाख्त जीप चालक 38 वर्षीय कैलाश सोलंकी पुत्र शंकरनाथ सोलंकी निवासी मोतीनगर व महिला के शव की शिनाख्त 30 वर्षीय कल्लीबाई पत्नी शांतिलाल निवासी ग्राम रामपुरिया (जामण पाटली) हालमुकाम स्थानीय धीरजशाह नगर के रूप में हुई।
प्रधान आरक्षक प्रदीप शर्मा ने नईदुनिया को बताया कि दोनों की मौत के कारणों का पता नहीं चला है। दोनों की मौत प्रथम दृष्टया ट्रेन से टकराने से होना प्रतीत होती है। मामले की जांच की जा रही है।
पत्नी व पति ने मोबाइल फोन पर कुछ देर पहले की थी बात
कल्लीबाई के पति शांतिलाल मोरी ने नईदुनिया को बताया कि दो साल पहले वे पत्नी के साथ कैलाश की जीप में रामदेवरा गए थे। तभी कैलाश से पहचान हुई थी। इसके बाद उसका घर आना-जाना होता था। दो साल पहले ही कल्लीबाई ने उसे राखी बांधी थी। वह रसोई बनाने का काम करने जाती थी।
आठ दिन पहले वह उज्जैन जिले के ग्राम बर्डिया (भाटपचलाना) काम करने गया था। रात नौ बजे उसकी पत्नी से मोबाइल फोन पर बात हुई थी और उसने कहा था कि वह कल सुबह आ रहा है। उसके साथ क्या घटना हुई, उसे पता नहीं। उसके दो पुत्र व एक पुत्री है।
उधर कैलाश के बड़े भाई सूरज ने बताया कि कैलाश के तीन पुत्री व एक पुत्र है। तीन दिन से वह घर नहीं आया था। उसकी पत्नी चम्पाबाई की बुधवार शाम करीब आठ कैलाश से मोबाइल फोन पर बात हुई थी, तब सूरज ने कहा था कि वह थोड़ी देर बाद घर आएगा।