वृंदावन: ठाकुर बांकेबिहारी के दर पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी, दर्शन कर लिया आशीर्वाद

वृंदावन: ठाकुर बांकेबिहारी के दर पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी, दर्शन कर लिया आशीर्वाद

मथुरा-वृंदावन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वृंदावन पहुंचकर ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में पूजा-अर्चना की। मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद वह स्वामी ज्ञानानंद के आश्रम के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री यहां संतों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक में भाग होंगे। मुख्यमंत्री तीर्थनगरी में करीब साढ़े पांच घंटे रहेंगे। उनके आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल तैनात किया गया है।  

सुबह 11. 37 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर वृंदावन स्थित पवनहंस हेलीपैड पर उतरा। यहां से कार में सवार होकर मुख्यमंत्री योगी बांकेबिहारी मंदिर के लिए रवाना हुए। मंदिर में योगी आदित्यनाथ ने बांकेबिहारी दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर ठाकुरजी का आशीर्वाद लिया। यहां लगभग 15 मिनट रुकने के बाद मुख्यमंत्री योगी स्वामी ज्ञानानंद के आश्रम रवाना हो गए।

मुख्यमंत्री के आगमन के चलते एक घंटा पहले ही मंदिर में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया। इससे बांकेबिहारी मंदिर के आसपास गलियों में भक्तों की भारी भीड़ जमा हो गई। मुख्यमंत्री के जाने के बाद श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया गया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मंदिर परिसर में मौजूद रहे। मंदिर के आसपास बंदरों के उत्पात को देखते हुए लूंगर तैनात किए गए। 

पत्तल पर भोजन करेंगे सीएम योगी
मुख्यमंत्री का कार्यक्रम दोपहर में परिक्रमा मार्ग संत कॉलोनी स्थित श्रीकृष्ण कृपाधाम में भी है। यहां सुबह लगभग 11:30 बजे गीता मनीषी संत ज्ञानानंद महाराज से मुलाकात करेंगे। लगभग 45 मिनट का मुख्यमंत्री का कार्यक्रम श्रीकृष्ण कृपाधाम में रखा गया है। यहीं मुख्यमंत्री पत्तल पर भोजन भी करेंगे। इसके लिए मंदिर प्रबंधन ने दो प्रकार की पत्तलों का प्रबंध किया है। 

इसमें सुपारी पत्ता और केला के पत्तों को मिलाकर पत्तल और दोने तैयार किए हैं। वहीं, दूसरी पत्तल खासकर ओडिशा से मंगाई गई है। यह पत्तल ओडिशा पत्ते से बनाई गई है। इसे संगीता पत्तल के नाम से जाना जाता है। इस पत्तल को थाली की डिजाइन का बनाया गया है, मजबूती के लिए इसके नीचे मोटा पेपर भी लगाया गया है। वहीं दोने मंगाए गए हैं, वह केला और सुपारी के पत्ते से बने हैं।   

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