नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है। सत्र के तीसरे दिन उपराज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद को भगवान राम और हनुमान का भक्त बताया। उन्होंने कहा कि मैं भगवान राम और हनुमान का भक्त हूं। हम जनता की सेवा के लिए रामराज्य की संकल्पना से प्रेरित हो कर 10 सिद्धांतों का पालन करते आ रहे हैं।
राम राज्य से प्रेरणा लेकर CM द्वारा बनाए गए 10 सिद्धांत इस प्रकार
- कोई भूखा ना सोए
- बच्चों को अच्छी शिक्षा
- सभी को बेहतर इलाज
- 24×7 मुफ़्त बिजली
- सभी को मुफ्त पानी
- सभी को रोजगार
- बेघरों को मकान
- महिलाओं को सुरक्षा
- बुजर्गों को सम्मान
- सभी को समान अधिकार
केजरीवाल ने अपने भाषण में कहा कि पिछले 1 साल में देश और दिल्ली ने कोरोना महामारी का सामना किया। नेता चाहे कितनी भी तारीफ कर ले लेकिन अस्पताल में इलाज तो डॉक्टर्स ने किया। हम और सदन दिल से डॉक्टर्स, नुर्सेस, फ्रंटलाइन वारियर्स और वैज्ञानिकों का धन्यवाद करते हैं। इस लड़ाई में केन्द्र सहित सभी ने मिल कर काम किया, मैं दिल्ली विधानसभा के सदस्यों से अस्पताल जाने और कतार में लग कर आम लोगों की तरह टीका लगवाने की अपील करता हूं।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली के बुजुर्गों के लिए ऐलान करते हुए कहा कि अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण के बाद सभी आदरणीय बुजर्गों को मुफ्त में भगवान राम के दर्शन करवाएगी सरकार। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले छह वर्ष में शिक्षा के क्षेत्र में किए गए काम को क्रांति के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने शिक्षा में आमूलचूल बदलाव के लिए ना सिर्फ अलग बोर्ड का गठन किया है। बल्कि बजट का 25 फीसद हिस्सा भी दिया है।