राजस्थान को अंडरवर्ल्ड बनाना चाहती थी लेडी डॉन: लॉरेंस की मदद से UK, कनाडा और थाइलैंड तक नेटवर्क फैलाया

राजस्थान को अंडरवर्ल्ड बनाना चाहती थी लेडी डॉन: लॉरेंस की मदद से UK, कनाडा और थाइलैंड तक नेटवर्क फैलाया

नागौर। कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी और राजस्थान की एकमात्र लेडी डॉन अनुराधा चौधरी दिल्ली पुलिस स्पेशल टीम की गिरफ्त में है। ये लोग दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में मुंबई जैसा अंडरवर्ल्ड की दुनिया कायम करना चाहते थे। खौफ कायम करने के लिए ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम दिया गया। जो भी रोड़ा बना, उसका खात्मा किया गया। करीब 2 साल में अनुराधा और काला जठेड़ी ने 20 कुख्यातों को रास्ते से हटाया। इन चार राज्यों में अपना अंडरवर्ल्ड जैसा खौफ फैलाने के लिए इनलोगों ने खूब खूनी खेल खेला। लॉरेंस की मदद से इस गैंग को इंटरनेशनल स्तर पर चलाया गया। यूके, कनाड़ा और थाईलैंड से 3 गैंगस्टर इसी गैंग का हिस्सा थे।

विरोधियों का कर दिया सफाया
एक साल पहले हरियाणा पुलिस की गिरफ्त से भागने के बाद लेडी डॉन उर्फ़ रिवाॅल्वर रानी अनुराधा और काला जठेड़ी मिलकर बड़ा इंटरनेशनल गिरोह चला रहे थे। इस गिरोह में कुख्यात बदमाश वीरेंद्र प्रताप उर्फ़ काला राणा, निवासी करनाल (हरियाणा) थाईलैंड से, सतेंद्रजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ निवासी मुक्तसर, पंजाब, कनाडा से और मोंटी निवासी पंजाब, यूके से गैंग को ऑपरेट कर रहे थे। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और सूबे गुर्जर भी गैंग की मदद कर रहे थे। अनुराधा की अगुवाई में इन सब ने मिलकर पिछले 2 साल में अपने 20 से ज्यादा विरोधियों का सफाया कर दिया था। इन्होंने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़ और दिल्ली सहित कई राज्यों को मिलाकर अपराध की दुनिया बना ली थी।

चारों राज्यों पर राज की साजिश
पूरी गैंग और कहानी का सूत्रधार लॉरेंस विश्नोई है, जो जेल में बंद है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान एक-दूसरे की सीमा से सटे हैं। गैंग का नेटवर्क फैलाना चाहते थे। आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद राजस्थान में राजू ठेहट के बाद किसी का वर्चस्व नहीं रहा। लेडी डॉन ऐसी थी, जो क्राइम प्लानिंग की मास्टर मानी जाती थी। लॉरेंस ने काला जठेड़ी से अनुराधा को मिलवाया, जो उन दिनों दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और हरियाणा में सक्रिय था। लेडी डॉन की एंट्री के बाद उनके हिस्से में राजस्थान भी जुड़ गया। इसके बाद दिल्ली, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में अंडर वर्ल्ड जैसी दुनिया बसाने की प्लानिंग शुरू हुई। यहीं कारण था कि 2 साल में अपने सारे विरोधियों को ठिकाने लगा दिया था। इंटरनेशनल गैंग विदेश में बैठे यहां वारदात को अंजाम देने लगे थे।

गोवा से मिला पुलिस को पहला सुराग
जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई और पूर्व में गिरफ्तार कई गैंगस्टरों से पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को कई सुराग हाथ लगे। एसीपी राहुल विक्रम के निर्देशन, इंस्पेक्टर विक्रम दहिया व इंस्पेक्टर संदीप दाबास के नेतृत्व में सीआई यूनिट की टीम का गठन किया गया। इसके बाद गैंगस्टर काला जठेड़ी और अनुराधा चौधरी को पकड़ने की योजना बनी। दोनों के खिलाफ पुलिस को पहला सुराग गोवा से मिला। इसके बाद गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड तक दोनों का पीछा करने के बाद आखिरकार पुलिस टीम को एक CCTV फुटेज मिली। गैंगस्टर संदीप उर्फ़ काला जठेड़ी सरदार के वेश में अनुराधा के साथ दिख रहा था। इसके बाद पुलिस टीम ने दोनों को पकड़ने के लिए अंजाम दी जाने वाली कार्रवाई को ऑपरेशन ‘OP-D 24’ नाम दिया।

क्राइम वर्ल्ड में बन गई रिवाॅल्वर रानी
लेडी डॉन अनुराधा ने इंटरनेशनल क्राइम वर्ल्ड में अपनी रिवाॅल्वर रानी की पहचान महज 2 साल में ही बना ली थी। इन दिनों अपनी गैंग के जरिये रिवॉल्वर रानी अनुराधा हाई-प्रोफाइल वसूली, अंतरराज्यीय शराब तस्करी, अवैध हथियारों की तस्करी और भूमि-हथियाने के कामों में एक्टिव थी। जठेड़ी के साथ वह पूरी गैंग को ऑपरेट कर रही थी। इससे पहले अनुराधा राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल से जुड़ी हुई थी। कई डिग्रियां ले चुकी अनुराधा को आनंदपाल ने शार्प शूटर बनाया था। वह अपहरण करने में माहिर थी। आनंदपाल को पुलिस कस्टडी से छुड़ाने में भी उसकी भूमिका सामने आई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

English Website