नई दिल्ली/चेन्नई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि तमिलनाडु को भाषा एवं संस्कृति विरोधी ताकतों और ‘‘एक संस्कृति, एक राष्ट्र और एक इतिहास” की अवधारणा पेश करने वालों को दूर रखना चाहिए। राहुल गांधी ने राज्य के तीन दिवसीय दौरे में यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इतिहास ने दिखा दिया है कि तमिलनाडु में तमिल लोगों के अलावा कोई और सत्ता में नहीं आ सकता। 234 विधानसभा सीटों वाले तमिलनाडु में 6 अप्रैल को चुनाव होने हैं। कांग्रेस द्रमुक नीत गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही है। राहुल गांधी ने यहां लोगों की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि ये चुनाव भी यही चीज दिखाएंगे कि केवल वही व्यक्ति तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बन सकता है, तो तमिल लोगों का प्रतिनिधित्व करता है।”
राहुल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगे झुकने वाले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री (के पलानीस्वामी) ऐसा कभी नहीं कर पाएंगे। मुख्यमंत्री को राज्य के लोगों के आगे झुकना चाहिए। राहुल ने कहा कि RSS और मोदी ‘‘तमिल भाषा और संस्कृति का अपमान” करते हैं तथा लोगों को उन्हें यहां अपने पैर जमाने नहीं देने चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी एक संस्कृति, एक राष्ट्र, एक इतिहास और एक नेता की बात करते हैं। राहुल ने कहा कि क्या तमिल भारतीय भाषा नहीं है? क्या बांग्ला भारतीय भाषा नहीं है? क्या तमिल संस्कृति भारतीय संस्कृति नहीं है? इस चुनाव में यही लड़ाई लड़ी जा रही है।
वायनाड से सांसद ने कहा कि जिस तरह भारत की सभी भाषाओं और धर्मों की रक्षा करना मेरा कर्तव्य है, उसी तरह तमिल भाषा, संस्कृति एवं इतिहास की रक्षा करना भी मेरा कर्तव्य है। राहुल ने आरोप लगाया कि हमारे पास यहां ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो मोदी की कही हर बात पर हामी भर देते हैं। मुख्यमंत्री तमिलनाडु के लोगों की नहीं, बल्कि मोदी की इच्छा का प्रतिनिधित्व करते हैं। गांधी ने कन्याकुमारी में दिवंगत कांग्रेस नेता एच वसंत कुमार के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।