जींद: किसान आंदोलन का आज 70वां दिन है और आज भी नए कृषि कानूनों पर तकरार जारी है। हरियाणा के जींद जिले में कंडेला गांव में महापंचायत चल रही है, जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे।
महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि जब-जब राजा डरता है, तब-तब किलेबंदी करता है। दिल्ली में कीलें लगाई जा रही हैं, हम वो अपने खेतों में भी लगाते हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि अभी हमने बिल वापसी की बात की है, अगर गद्दी वापसी की बात हुई तो क्या करोगे। टिकैत ने कहा कि अभी जींद वालों को दिल्ली कूच की जरूरत नहीं है, आप यहां पर ही रहे।
बता दें कि 6 फ़रवरी को होने वाले चक्का जाम को लेकर समर्थन कंडेला प्रधान ने कहा कि 26 जनवरी की हिंसक घटना के बाद जब आंदोलन पर सवालिया निशान खड़े हो गए थे, तब कंडेला गांव के किसानों ने उसी रात हाइवे जाम कर आंदोलन को दोबारा खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई थी। उसी के बाद अगले दिन 27 जनवरी को प्रदेश के लगभग सभी जगहों पर खाप महापंचायतों ने दिल्ली जाने का फैसला किया।
इन काूननों का किसान कर रहे किसान
किसान हाल ही बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों – द प्रोड्यूसर्स ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) एक्ट, 2020, द फार्मर्स ( एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज एक्ट, 2020 और द एसेंशियल कमोडिटीज (एमेंडमेंट) एक्ट, 2020 का विरोध कर रहे हैं।