मुंबईं। मुंबई कांग्रेस ने रविवार को पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों और भागती हुई महंगाई दर को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका मानना है कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की बनाई हुई नीतियों के चलते आम जनता पर इनका बोझ पड़ा है। यहां दादर में स्वामीनारायण मंदिर के पास विरोध प्रदर्शन किया गया, जहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट 2021-2022 को पेश करने के बाद पहली बार मुंबई के कॉपोर्रेट, व्यापारिक नेताओं, उद्योगपतियों और उद्योग संघों को संबोधित करने के लिए पहुंची हुई थीं।
पार्टी के नेता-मंत्रियों, विधायकों और वार्ड प्रमुखों जैसे प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करते हुए मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति (एमआरसीसी) के अध्यक्ष भाई जगताप ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस के 65 वर्ष के शासनकाल में पेट्रोल की कीमतों में केवल 65 रुपये तक का ही इजाफा हुआ था, लेकिन भाजपा ने केवल सात सालों में इसे 94 रुपये तक लाकर खड़ा कर दिया।
उन्होंने आगे कहा, इसी तरह रसोई गैस की कीमतें जो 2014 में बमुश्किल 390 रुपये थीं, लगभग दोगुनी 719 रुपये हो गई है। इससे आम लोगों के घरों का बजट बिगड़ रहा है, लोग दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। जगताप और अन्य नेताओं ने सीतारमण से मिलने का अनुरोध किया ताकि उनकी तरफ से एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल उनके साथ बजट पर चर्चा कर सके, लेकिन उन्हें मना कर दिया गया।