टीम एब्सल्यूट भोपाल मध्य प्रदेश के दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट से अपने प्रत्याशी फूल सिंह बरैया के विवादित बयान को लेकर कांग्रेस असमंजस में है। पार्टी निंदा करने के बजाय सफाई दे रही है कि यह बयान तब का है, जब बरैया बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में थे। कांग्रेस में आने के बाद उनके ऐसे कोई विचार नहीं है। इधर भाजपा इसे अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के बजाय हिंदू विरोधी बताकर आगे बढ़ रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी इसे हिंदुओं के खिलाफ साजिश मानते हुए सक्रियता बढ़ा दी है। हिंदूवादी संगठन लोगों को बता रहे हैं कि कांग्रेस को सियासत चमकाने से मतलब है, तभी तो वह मौन है। अजा वर्ग और मुस्लिमों को एक मां की संतान कहने को भी अजा वर्ग अपना अपमान मान रहा है। कांग्रेस के मौन से सवाल उठने लगे हैं कि क्या कांग्रेस भी मानती है कि सवर्ण विदेशी हैं?
दरअसल, आदिवासियों को गैर हिंदू बताने की साजिश के खिलाफ संघ और हिंदूवादी संगठन सक्रिय हैं। इस बीच बरैया का वीडियो वायरल हो गया, जिसमें वे कह रहे हैं कि सवर्ण बाहर से आए हैं और एससी और जनजातियां यहां के मूल निवासी हैं। एससी और मुसलमान एक ही मां की संतान हैं, दोनों का डीएनए एक है। चाहें तो लैब में जांच करा लें। मुसलमानों से भारत छोड़ने की बात करने वाले सवर्णों को पहले खुद देश छोड़ना चाहिए, क्योंकि वह मुसलमानों के बाद भारत आए हैं।
इस विवादित बयान पर कांग्रेस ने न बरैया से जवाब मांगा, न खंडन किया, बल्कि वीडियो को फर्जी बताते हुए कह दिया कि बरैया तब बसपा में थे। सवाल उठ रहे हैं कि कांग्रेस ने क्या बरैया को मौन समर्थन दे रखा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ इस मामले में बात नहीं करना चाहते तो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि सवाल ही नहीं उठता कि सवर्ण विदेशी हैं। बरैया ने खुद ही कह दिया है कि वीडियो झूठा है।
सवर्ण महिलाओं के लिए अपशब्द
बरैया ने कहा कि सवर्ण वर्ग के लोगों के कुत्ते को अगर एससी का व्यक्ति छू लेता है तो वे उसे उनके घर बांध आते हैं, इसलिए एससी के लोग ब्राह्मण का वेश धारण करें और सवर्णों के घर जाकर उनकी महिलाओं को प्रसाद के बहाने लड्डू दे आएं। इन्हें खाने से सवर्ण महिलाएं अस्पृश्य हो जाएंगी और फिर सवर्ण वर्ग के लोग उन्हें एससी के लोगों के घर छोड़ आएंगे। इस तरह एससी के लोगों के पास दो-दो पत्नियां हो जाएंगी।
हमारा लेना-देना नहीं : कांग्रेस
कमल नाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने वीडियो को संपादित और झूठा बताया है। सलूजा ने कहा कि जिस समय बरैया बसपा के नेता थे, वीडियो उस समय का है। कांग्रेस का वीडियो से लेना-देना नहीं है। कांग्रेस ऐसी सोच व विचारधारा में विश्वास नहीं करती है। कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में बरैया ने ऐसा बयान नहीं दिया है।