- अंधेरा रहने से यात्रियों को होती है परेशानी, बना रहता है वारदातों का अंदेशा
मदन मोहन मालवीय,
भोपाल। राजधानी में सड़कों पर कई तरह की अव्यवस्थाएं पसरी हुई हैं, जिन्हें सुधारने के लिए जिम्मेदार कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। ऐसी ही कुछ आलम शहर के नादरा बस स्टैंड पर बना हुआ है। बस स्टैंड और उसके आसपास कई तरह की अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है। नारदा बस स्टैंड के मुख्य चौराहे पर रातभर पूरी तरह से अंधेरा पसरा रहता है। यहां लगी लाखों रुपए की स्ट्रीट लाइट कबाड़ हो रही है। अंधेरा पसरा होने से यहां बसों का इंतजार कर रहे बाहरी यात्रियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रात का समय होने से चोरी, लूटपाट जैसी वारदातों का डर उनमें बना रहता है। ज्ञात हो कि सोमवार रात को टीकमगढ़ के रहने वाले यात्री विजय अपने परिवार सहित बस का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान नगर निगम अधिकारी की तेज रफ्तार कार ने उन्हें रौंदने से बचा दिया था, जबकि उनका सामान पूरी तरह से कुचल गया था। इस मामले में पुलिस ने कमर साकिब की तरफ से उल्टा यात्रियों के खिलाफ ही प्रकरण दर्ज किया है।
रात करीब सवा 12 बजे पसरा था सन्नाटा
नादरा बस स्टैंड पर नगर निगम अधिकारी कमर साकिब द्वारा यात्रियों के सामान पर तेज रफ्तार कार चढ़ाने की घटना के बाद जब मौके पर पहुंचकर मुआयना किया गया तो देखा कि बस स्टैंड पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ था। रात करीब सवा 12 बजे बड़ी संख्या में भारी वाहन, यात्री वाहन व कार और दो पहिया वाहनों का आना जाना लगा हुआ था। चौराहे पर उजाले के लिए एक हाईस्ट्रीट लाइट के साथ ही चारों तरफ अन्य स्ट्रीट लाइट लगी हुई है। लेकिन, यह हमेशा बंद रहती हैं, इस वजह से यहां पर रात के समय अंधेरा ही पसरा रहता है। इस तरफ न तो नगर निगम ध्यान देता है और न ही पुलिस अधिकारी इसको चालू करवाने की दिशा में कोई कदम उठाते हैं।
थाना पास फिर भी होती है वारदातें
नादरा बस स्टैंड शहर के बीचोंबीच स्थित हैं। यहां से भोपाल से अन्य जिलों की बसें मिलती है, इस वजह से यात्री भी यहां बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। बस स्टैंड हनुमानगंज पुलिस थाना के पास ही स्थित है। यहां चौबीस घंटे पुलिस का पहरा रहता है, इसके बाद भी यहां वारदातों का होना आम बात है।
यात्रियों के लिए सुरक्षित नहीं है बस अड्डा
नादरा बस स्टैंड पर सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। यहां यात्रियों की सुरक्षा को लेकर हमेशा से ही सवाल उठते रहे हैं। यहां आने – जाने वाले यात्रियों व उनके सामान की सुरक्षा उनको स्वयं ही करना पड़ती है। बस अड्डे पर यात्री पूरी तरह से असुरक्षित हैं, यहां की सुरक्षा भगवान भरोसे ही चल रही है।
रात में रहता है असामाजिक तत्वों का जमावाड़ा
बस स्टैंड पर आलम यह है कि यहां रातभर चाय – नाश्ते की दुकानें खुली रहती है। लेकिन यह कोई यात्रियों के लिए नहीं है, बल्कि यहां रात के समय शहर के असामाजिक तत्वों का जमावाड़ा लगा रहता है। इस वजह से यहां यात्रियों के साथ वारदातों का अंदेशा हमेशा बना रहता है। पुलिस भी इन दुकानों की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देती है।
अंधेरे में काम नहीं आते हैं फुटेज
चौराहे पर अंधेरा रहता है, यदि ऐसे में यहां कोई वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो भी जाती है तो अंधेरा रहने की वजह से यहां के फुटेज साफ नहीं आते हैं। बाद में पुलिस को आरोपियों को पहचानने में काफी मशक्कत करना पड़ती है।
पहले हो चुकी हैं वारदातें
वारदात एक – करीब एक साल पहले नादरा बस स्टैंड पर मुंबई से आर्इं दो एक्ट्रेस व मॉडल्स के साथ कुछ सिरफिरे युवकों ने छेड़छाड़ कर मारपीट कर दी थी। पुलिस ने अज्ञात युवकों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।
वारदात दो – 21 दिसंबर 2020 को नादरा बस स्टैंड के पास बनी मोबाइल दुकान का ताला तोड़कर अज्ञात चोर लाखों रुपए के मोबाइल चोरी कर ले गए थे। जिसमें हनुमानगंज पुलिस ने चोरी का प्रकरण दर्ज किया था।
वारदात तीन – 19 दिसंबर 2020 को नादरा बस स्टैंड के पास महिला गिरोह ने सिरोंज निवासी दीपक पंथी के साथ मारपीट कर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने आशीष, परवीन व कशिश के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।
यह तीन वारदातें तो महज उदाहरण हैं, नादरा बस स्टैंड, चौराहा व उसके आसपास यात्रियों व आम लोगों के साथ पहले चोरी, लूट जैसी कई वारदातें घटित हो चुकी है।
इनका कहना है –
शहर में कई जगहों पर सड़क पर लाइटें बंद हैं, इसका कारण क्या हैं मुो नहीं पता। हम अपनी तरफ से नगर निगम से कहकर लाइटें चालू करवाने का प्रयास करेंगे। वहीं सुरक्षा के लिए हमेशा पुलिस टीम बस स्टैंड पर मौजूद रहती है और रात को गश्त भी जारी है।
विजय कुमार खत्री, एसपी नार्थ
मुो आपने जानकारी दी है, यदि नादरा बस स्टैंड पर लाइट बंद हैं तो मैं उसे दिखवाता हूं और संबंधित अधिकारी को अतिशीघ्र लाइट चालू करने के निर्देश दिए जाएंगे।
केवीएस चौधरी, आयुक्त नगर निगम