नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर मोदी सरकार को अपने निशाने पर लिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि जो देश को अन्न देता रहा है, अब वो किसान हक लेकर रहेगा। कृषि विरोधी, देश-विरोधी कानून वापस लो!
आपको बतां दे कि इस मुद्दे पर कांग्रेस के अलावा तमाम विपक्षी दलों ने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया है। जिन राज्यों में विधानसभा च चुनाव होने जा रहे हैं, वहां भाजपा के तमाम विपक्षी दल कृषि कानूनों के मुद्दे को जनता के बीच प्रमुखता से लेकर जा रहे हैं।
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि तमिलनाडु को भाषा एवं संस्कृति विरोधी ताकतों और एक संस्कृति, एक राष्ट्र और एक इतिहास की अवधारणा पेश करने वालों को दूर रखने में भारत को राह दिखानी चाहिए। लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने राज्य के अपने तीन दिवसीय दौरे में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।
तमिलनाडु में छह अप्रैल को विधानसभा चुनाव होना है जिसमें गांधी की पार्टी कांग्रेस एम के स्टालिन नीत पार्टी द्रमुक के साथ मिलकर उतर रही है। गांधी ने कहा कि यदि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साक्षात्कार करना हो तो वह पूछेंगे कि आप इसको लेकर आश्वस्त क्यों हैं कि सभी उत्तर आपसे आने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) जिसका तमिलनाडु के राजनीतिक दलों द्वारा दृढ़ता से विरोध किया गया, एक बड़ा मुद्दा है और छात्रों के लिए लाभकारी नहीं।