नई दिल्ली, | टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल द्वारा की जा रही जांच में सोमवार को निकिता जैकब और शांतनु मुलुक ने हिस्सा लिया। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने जैकब और मुलुक से फोन पर संपर्क किया था और फिर दोनों को नोटिस जारी किए थे। इसके बाद दोनों ने सोमवार को जांच के लिए मौजूद होने की बात कही थी। साइबर सेल यूनिट द्वारका में इन दोनों से पूछताछ करेगी, क्योंकि इस मामले में उनकी भूमिका को साबित करने के लिए सबूतों की दरकार है। इस मामले के तीनों आरोपी- शांतनु, निकिता और दिशा रवि से एक साथ पूछताछ की जा सकती है।
बता दें कि साइबर सेल के पास उनके खिलाफ सबूत हैं। वहीं पुलिस ने कहा है कि उन्हें टूलकिट के बारे में गूगल से आईपी एड्रेस और विभिन्न लोकेशन को लेकर भी जबाव मिला है। सूत्रों की मानें तो ये टूलकिट कर्नाटक और महाराष्ट्र की कुछ जगहों से अपलोड किया गया था। इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने जूम से भी इस बारे में जानकारी मांगी है। यह जूम कॉल 11 जनवरी को की गई थी, जिसमें शांतनु और निकिता समेत करीब 70 लोगों ने हिस्सा लिया था।
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि रवि, जैकब और मुलुक ने किसान आंदोलन से संबंधित यह टूलकिट बनाई थी और इसे जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के साथ शेयर किया गया था। इस टूलकिट में दिशानिर्देशों की एक पूरी श्रृंखला दी गई है जो बताता है कि कैसे किसी विशेष उद्देश्य को पूरा किया जा सकता है।