नई दिल्ली/जोशीमठ: उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी में ग्लेशियर फटने की सूचना है। बताया जा रहा है कि ग्लेशियर फटने से धौली नदी में बाढ़ आ गई है। इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। वहीं, चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है। कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुटे। वहीं हादसे में कई लोगों के लापता होने की खबर है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों से पुराने वीडियो शेयर न करके और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। इसके अलावा उन्होंने मदद के लिए एक मोबाइल नंबर जारी किया है। यहां पढ़ें इससे जुड़े अपडेट्स-
जेपी नड्डा ने उत्तराखंड के सीएम से की बात
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तराखंड के सीएम टीएस रावत से बात की और चमोली में बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने राज्य के भाजपा प्रमुख से भी बात की और भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रोटोकॉल के बाद बचाव कार्य में मदद करने को कहा।
बरामद हुए 2 शव
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, ‘करीब 50-100 लोग लापता हैं। 2 शव बरामद किए गए हैं, कुछ घायलों को बचाया गया है। स्थिति नियंत्रण में हैं। तपोवन-रैणी में बिजली परियोजना पूरी तरह से बह गई है।’
रेड अलर्ट जारी
उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा, ‘हताहतों की संख्या 100 से 150 के बीच होने की आशंका है। आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें पहले ही घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। रेड अलर्ट जारी किया गया है।’
ऋषिगंगा ऊर्जा परियोजना में काम करकने वाले 150 से अधिक कामगार हुए प्रभावित
राज्य के आपदा मोचन बल की डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने पीटीआई को बताया कि ऋषिगंगा ऊर्जा परियोजना में काम करने वाले 150 से अधिक कामगार संभवत: इस प्राकृतिक आपदा से सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘ऊर्जा परियोजना के प्रतिनिधियों ने मुझे बताया है कि परियोजना स्थल पर मौजूद रहे 150 कामगारों से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है।’
कांग्रेस साथी राहत कार्य में हाथ बटाएं
कांग्रस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘चमोली में ग्लेशियर फटने से बाढ़ त्रासदी बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं उत्तराखंड की जनता के साथ हैं। राज्य सरकार सभी पीड़ितों को तुरंत सहायता दें। कांग्रेस साथी भी राहत कार्य में हाथ बटाएं।’
यह एक प्राकृतिक आपदा है
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘यह एक ऐसी त्रासदी है जो बेहद चौंकाने वाली है। यह एक प्राकृतिक आपदा है। गृह मंत्री ने आश्वासन दिया है कि उत्तराखंड सरकार की हर मदद की जाएगी। इससे कोई संकोच नहीं किया जाएगा।’