बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर ने अपने करियर की शुरुआत रिफ्यूजी से की। करियर की शुरुआत के लिए ऑफबीट फिल्म कही जा सकती है लेकिन फिर करीना तो करीना हैं। 2000 में आई रिफ्यूजी के गाने हिट रहे, एक खास वर्ग को पसंद भी आई लेकिन बॉक्स ऑफिस पर धमाल नहीं मचा पाई। करीना ने कई फिल्में की कुछ हिट तो कुछ फ्लॉप लेकिन कुछ कैरेक्टर्स ऐसे जो दिमाग में छप गए। जैसे कभी खुशी कभी गम की पू। जिसमें एटीट्यूड है तो साफगोई भी।
तेज तर्रार तो है लेकिन इमोशनल भी। काजोल की छोटी बहन पूजा शर्मा के रोल में दिखी करीना का डायलॉग कि कौन है जिसने पू को मुड़ कर नहीं देखा- सालों बाद भी अगर जेहन में ताजा है तो अदायगी को 100 फीसदी नंबर दिए जाने चाहिए। चमेली का- ये बोलता है हाथ मत लगाओ, दुनिया हाथ लगाने के लिए पैसा देती है! हो या फिर ऐतराज का- हमेशा मर्द ही गलत नहीं होता, औरत भी गलत हो सकती है। करीना का ये डायलॉग कि मैं अपनी फेवरेट खुद हूं इन सवालों को जवाब देने में माहिर है। बेबो अपनी सोशल लाइफ को लेकर भी काफी सुर्खियों में बनी रहती हैं। बिग स्क्रीन के अलावा छोटे पर्दे पर कई टॉक शो में भी दिखीं तो ओटीटी पर जाने जान से डेब्यू किया।
करीना उम्र के हिसाब से खुद को ढाल रही हैं। 16 साल की लड़की की तरह पेड़ों के पीछे नहीं भाग रहीं बल्कि कैरेक्टर्स ऐसे चुन रही हैं जो उनकी उम्र से मेल खाते हैं। बर्किंघम मर्डर्स को लेकर भी चर्चा में हैं। क्राइम थ्रिलर का निर्माण भी करीना कपूर ने किया है। फिल्म को उम्मीद के हिसाब से सफलता नहीं मिली लेकिन इस बार भी एक्टिंग की लोग दाद दे रहे हैं।