मुंबई, | भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान गुरबक्स सिंह का कहना है कि हॉकी के पूर्व खिलाड़ी केशव चंद्र दत्त महान खिलाड़ी होने के साथ ही एक अच्छे इंसान भी थे। दो बार ओलंपिक विजेता टीम का हिस्सा रहे केशव का कोलकाता में निधन हुआ। वह 95 वर्ष के थे।
सिंह ने बुधवार को कहा, “जब हम बड़े हो रहे थे तब केशव, बलबीर सिंह सीनियर और केडी सिंह बाबु भारतीय हॉकी के बड़े नाम थे, जिन्होंने 1948, 1952 और 1956 ओलंपिक में हिस्सा लिया था। ये सभी हमारे हीरो थे।”
उन्होंने कहा, “केशव सिर्फ मेरे प्रेणास्रोत्र ही नहीं थे बल्कि मेरे मेंटर भी थे। मैं उन्हें देखा है और उस समय के सभी ओलंपियन से सीखा है। लेकिन हॉकी के महान खिलाड़ी होने के साथ ही केशव एक अच्छे इंसान भी थे। वह हमेशा लोगों की मदद के लिए तैयार रहते थे।”
लाहौर (अब पाकिस्तान) में 1925 में जन्में केशव 1950 में नौकरी के लिए कोलकाता गए और वहीं बस गए। उन्होंने स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर मोहन बगान एथलेटिक क्लब का प्रतिनिधित्व किया।
सिंह ने कहा, “केशव शानदार सेंटर बैक थे और स्ट्रेटफॉरवर्ड थे। आपको ऐसे महान खिलाड़ी आज के समय नहीं मिलेंगे।”
केशव आजादी के बाद भारत को 1948 ओलंपिक में मिली ऐतिहासिक जीत का हिस्सा थे जहां टीम ने लंदन के वेंबले स्टेडियम में हुए फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 4-0 से हराया था।
सिंह ने कहा, “वह 1956 ओलंपिक टीम में भी थे और उन्हें इसके लिए चुना गया था लेकिन केशव जहां काम करते थे उन्होंने छुट्टी नहीं दी।”
उन्होंने कहा, “केशव मेरे मेंटर थे और अच्छे से चीजों को समझाते थे। वह चयनसमिति का हिस्सा थे जिसने मुझे 1964 टोक्यो ओलंपिक के लिए चुना था।”
सिंह ने बताया कि केशव कोलकाता में वर्षो से अलग रहे थे और उनके परिवार के सभी सदस्य यूरोप में बस गए हैं।