पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सचिव जय शाह की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि उनकी बातों को कुछ देशों के क्रिकेट बोर्ड बिना सोचे समझे मान लेते हैं। बासित ने कहा कि जय शाह अपनी प्राथमिकताओं के अनुसार अन्य क्रिकेट बोर्डों पर दबाव डालते हैं क्योंकि भारतीय बोर्ड काफी धनी है और कोई भी उसके खिलाफ नहीं जाना चाहता। उन्होंने कहा कि इसी कारण बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान आने से इंकार कर तटस्थ स्थल पर खेलने की मांग कर रहा है। चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अगले साल में फरवरी- मार्च में होना है।
बीसीसीआई ने आईसीसी से भारत के मैचों को किसी तटस्थ स्थल पर रखे जाने की मांग की है।यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है क्योंकि भारत सरकार टीम को पाकिस्तान यात्रा के लिए मंजूरी शायद ही दे। बीसीसीआई के रुख से निराश बासित ने इसको लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, 5-6 बोर्ड हैं, वे जय शाह की कही गई बातों को आसानी से मान लेंगे। अगर वह कहते हैं कि चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में होगी, तो वे सहमत होंगे। अगर वह कहते हैं कि यह एक हाइब्रिड मॉडल होगा, तो वे उस पर भी सहमत होंगे। साथ ही कहा कि शाह ने आईपीएल में खिलाड़ियों की भागीदारी के लिए पर्याप्त रकम देकर कई प्रमुख क्रिकेट बोर्डों का समर्थन हासिल किया है।
बासित ने कहा, अन्य देशों के खिलाड़ी भारत में आईपीएल खेलते हैं, तो बीसीसीआई बड़ी रकम का भुगतान करता है। चाहे वह इंग्लैड , न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलिया या किसी अन्य देश के क्रिकेटर हो।
