लिस्बन, | भारत के स्टार भालाफेंक एथलीट नीरज चोपड़ा का कहना है कि उनके कोच ने उनसे मीटिंग किदादे डी लिसबोआ टूर्नामेंट में अपना 100 फीसदी नहीं देने की सलाह दी थी। नीरज ने कहा, “मेरे कोच ने मुझे गुरूवार की प्रतियोगिता में अपना 100 फीसदी नहीं देने की सलाह दी थी क्योंकि फील्ड इतनी मजबूत नहीं थी। इस टूर्नामेंट को मैंने रूटीन ट्रेनिंग के रूप में लिया लेकिन मैं अगले सप्ताह स्वीडन में होने वाले अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में ज्यादा प्रयास करूंगा।”
नीरज ने मीटिंग किदादे डी लिसबोआ में छठे और आखिरी प्रयास में 83.18 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता था। उनका यह प्रदर्शन इस साल मार्च में पटियाला में उनके निजी सर्वश्रेष्ठ 88.07 मीटर से करीब पांच मीटर कम था।
नीरज ने करीब 18 महीने के अंतराल के बाद लिस्बन प्रतियोगिता से विदेशी टूर्नामेंट में वापसी की है। इससे पहले उनका आखिरी विदेशी टूर्नामेंट जनवरी 2020 में दक्षिण अफ्रीका का घरेलू मीट था।
इसके बाद नीरज कोरोना महामारी के कारण किसी अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सके थे।
नीरज ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि स्वीडन में 22 जून को होने वाली प्रतियोगिा कठिन होगी। मैं इसके लिए तैयार हूं।”