नई दिल्ली, | सरकार ने गुरुवार को कहा कि 2018-19 से इस वर्ष 29 जनवरी तक कुल 1.83 करोड़ गर्भवती महिलाओं ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के तहत लाभ का दावा किया है। प्रताप सिंह बाजवा द्वारा राज्यसभा में उठाए गए प्रश्न का उत्तर देते हुए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास स्मृति ईरानी ने यह बात कही। बाजवा ने वर्ष 2018-19 से वर्ष 2020-21 के बीच पीएमएमवीवाई और जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) के तहत लाभान्वित होने वाली गर्भवती महिलाओं की कुल संख्या के विवरण मांगा था।
राज्यसभा में प्रश्न का उत्तर देते हुए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास स्मृति ईरानी ने कहा, “पीएमएमवीवाई योजना के तहत लाभ का दावा करने वाली गर्भवती महिलाओं की कुल संख्या 2018-19 से 29 जनवरी तक 1,83,12,303 है।”
बाजवा ने उन गर्भवती महिलाओं की कुल संख्या के बारे में भी पूछा, जिन्हें वास्तव में पीएमएमवीवाई और जेएसवाई के तहत नामांकित किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि 19 वर्ष से कम उम्र की उन गर्भवती माताओं की कुल संख्या कितनी है, जिन्होंने वर्ष 2018-19, 2019-20 और 2020-21 के दौरान संस्थागत प्रसव कराया है।
इस पर मंत्री ने कहा, सभी गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली मां (पीडब्ल्यू एंड एलएम) पीएमएमवीवाई के तहत परिवार के पहले जीवित बच्चे के लिए लाभ का दावा करने की पात्र हैं।
यह लाभ उन्हें नहीं मिलता जो केंद्र सरकार, राज्य सरकार या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में नियमित रूप से काम करता है या जो किसी भी कानून के तहत इसी तरह का लाभ पहले से ही प्राप्त कर रहा है।
ईरानी ने यह भी कहा कि संस्थागत प्रसव से गुजरने वाली 19 वर्ष से कम आयु की गर्भवती महिलाओं की संख्या का लेकर कोई अलग से डेटा नहीं है।