मुंबई, | देश के शेयर बाजार में इस सप्ताह भारी उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार हुआ, लेकिन पिछले सप्ताह के मुकाबले प्रमुख संवेदी सूचकांकों में बढ़त दर्ज की गई। सप्ताह के दौरान चार कारोबारी सत्रों में से तीन सत्रों में तेजी रही जबकि आखिरी सत्र में बिकवाली का भारी दबाव रहा। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बीते सप्ताह के मुकाबले 386.76 अंकों यानी 0.77 फीसदी की तेजी के साथ 50,792.08 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी बीते सप्ताह के मुकाबले 92.85 अंकों यानी 0.62 फीसदी की तेजी के साथ 15,030.95 पर बंद हुआ।
बीएसई मिडकैप सूचकांक बीते सप्ताह से 10.59 अंकों यानी 0.05 फीसदी की गिरावट के साथ 20,577.21 पर बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक बीते सप्ताह के मुकाबले 273.05 अंकों यानी 1.30 फीसदी की तेजी के साथ 21,209.07 पर बंद हुआ।
सप्ताह की शुरुआत सोमवार को तेजी के साथ हुई और भारी उतार-चढ़ाव के बीच सेंसेक्स पिछले सत्र से महज 35.75 अंक चढ़कर 50,441.07 पर ठहरा, जबकि 18.10 अंकों की बढ़त बनाकर 14,956.20 पर बंद हुआ।
घरेलू शेयर बाजार सप्ताह के दूसरे सत्र में भी मजबूत विदेशी संकेतों से गुलजार रहा। सेंसेक्स मंगलवार को बीते सत्र के मुकाबले यानी 0.95 फीसदी की तेजी के साथ 15,098.40 पर ठहरा।
तेजी का यह सिलसिला बुधवार को लगातार तीसरे सत्र में जारी रहा। सेंसेक्स बीते सत्र से 254.03 अंकों यानी 0.50 फीसदी की तेजी के साथ 51,279.51 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी पिछले सत्र से 76.40 अंकों यानी 0.51 फीसदी की तेजी के साथ 15,174.80 पर ठहरा। महाशिवरात्रि का अवकाश होने के कारण गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में कारोबार बंद रहा।
सप्ताह के आखिरी सत्र में शुक्रवार को बिकवाली के भारी दबाव में सेंसेक्स बीते सत्र से 487.43 अंकों यानी 0.95 फीसदी की गिरावट के साथ 50,792.08 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी पिछले सत्र से 143.85 अंकों यानी 0.95 फीसदी की गिरावट के साथ 15,030.95 पर ठहरा।
उधर, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा शुक्रवार को जारी महंगाई दर के आंकड़ों के अनुसार, फरवरी के दौरान देश की खुदरा महंगाई 5.03 फीसदी पर पहुंच गई है, जोकि जनवरी में 4.06 फीसदी दर्ज की गई थी। देश में खाने-पीने की चीजों और ईंधन की महंगाई में सबसे ज्यादा हुआ। वहीं, देश के औद्योगिक उत्पादन में इस साल जनवरी में फिर गिरावट दर्ज की गई। जनवरी में औद्योगिक उत्पादन में 1.6 फीसदी की गिरावट रही।