मुंबई, | देश की जीडीपी के आंकड़ों से अर्थव्यवस्था में रिकवरी मिलने और सकारात्मक वैश्विक संकेतों से घरेलू शेयर बाजार इस सप्ताह की शुरूआत में जोरदार लिवाली रही, जबकि आखिरी दो सत्रों में भारी गिरावट दर्ज की गई, फिर भी सेंसेक्स और निफ्टी 2.5 फीसदी से ज्यादा की साप्ताहिक बढ़त के साथ बंद हुए। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बीते सप्ताह के मुकाबले 1,305.33 अंकों यानी 2.66 फीसदी की तेजी के साथ 50,405.32 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी बीते सप्ताह के मुकाबले 408.95 अंकों यानी 2.81 फीसदी की तेजी के साथ 14,938.10 पर बंद हुआ।
बीएसई मिडकैप सूचकांक बीते सप्ताह से 609.15 अंकों यानी 3.05 फीसदी की तेजी के साथ 20,587.80 पर बंद हुआ। वहीं, स्मॉलकैप सूचकांक बीते सप्ताह के मुकाबले 780.67 अंकों यानी 3.87 फीसदी की तेजी के साथ 20,936.02 पर बंद हुआ।
देश के शेयर बाजार में सप्ताह की शुरूआत सोमवार को तेजी के साथ हुई और सेंसेक्स पिछले सत्र से 749.85 अंकों यानी 1.53 फीसदी की तेजी के साथ 49,849.84 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी बीते सत्र से 232.40 अंकों यानी 1.60 फीसदी की तेजी के साथ 14,761.55 पर ठहरा।
अगले दिन मंगलवार को जो भी तेजी का सिलसिला जारी रहा और सेंसेक्स बीते सत्र से 447.05 अंकों यानी 0.90 फीसदी की तेजी के साथ 50,296.89 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी बीते सत्र से 157.55 अंकों यानी 1.07 फीसदी की तेजी के साथ 14,919.10 पर बंद हुआ।
सप्ताह के तीसरे सत्र में बुधवार को भी शेयर बाजार गुलजार रहा और सेंसेक्स बीते सत्र से 1147.76 अंकों यानी 2.28 फीसदी की जोरदार तेजी के साथ 51,444.65 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी बीते सत्र से 326.50 अंकों यानी 2.19 फीसदी की तेजी के साथ 15,245.60 पर ठहरा।
हालांकि, तीन सत्रों से जारी तेजी पर गुरुवार को ब्रेक लग गया और सेंसेक्स बीते सत्र से 598.57 अंकों यानी 1.16 फीसदी की गिरावट के साथ 50,846.08 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी पिछले सत्र से 164.85 अंकों यानी 1.08 फीसदी की कमजोरी के साथ 15,080.75 पर ठहरा।
घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट जारी रही। सेंसेक्स 440.76 अंक यानी 0.87 फीसदी टूटकर 50,405.32 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 142.65 अंकों यानी 0.95 फीसदी की गिरावट के साथ 14,938.10 पर बंद हुआ।
जानकार बताते हैं कि बांड यील्ड में इजाफा होने से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहा और आखिरी दो सत्रों में घरेलू शेयर बाजार में कारोबारी सुस्ती बनी रही।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 0.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। कोरोना काल में पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी, जिसके कारण चालू वित्त वर्ष की आरंभिक दो तिमाहियों मं जीडीपी वृद्धि दर नकारात्मक रही।