मुंबई, | आगामी आम बजट से पहले मुनाफावसूली हावी होने और वैश्विक बाजारों से कमजोर संकेत मिलने से घरेलू शेयर बाजार में गुरुवार को लगातार पांचवें सत्र में भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स पिछले सत्र से 535.57 अंकों यानी 1.13 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। जानकार बताते हैं कि वैश्विक बाजार में आई बिकवाली का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिला इसलिए लगातार पांचवें सत्र में गिरावट दर्ज की गई।
ट्रेड स्विफ्ट के डायरेक्टर संदीप कुमार जैन ने बताया कि इस समय वैश्विक बाजारों से भी तेजी का कोई संकेत नहीं मिल रहा है और पहले ही बाजार काफी ऊपर जा चुका है, साथ ही आगे आम बजट भी आने वाला है ऐसे में मुनाफावसूली स्वाभाविक है। हालांकि जैन कहते हैं कि बाजार में गिरावट आने के बाद कारोबार का स्वस्थ माहौल बनेगा और फिर निवेशक लिवाली की तरफ मुखातिब होंगे, जिससे सकारात्मक रुझान बनेगा।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 575.76 अंकों की गिरावट के साथ 172.02 रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी पिछले सत्र से 157.10 अंकों की गिरावट के साथ 13,810.40 पर खुला और दिनभर के कारोबार के दौरान 13,713.25 तक फिसला जबकि निफ्टी का उपरी स्तर 13,898.25 रहा।
बीएसई मिडकैप सूचकांक बीते सत्र से 83.79 अंकों यानी 0.46 फीसदी की गिरावट के साथ 18,208.37 पर बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 81.41 अंकों यानी 0.45 फीसदी की गिरावट के साथ 18,033.90 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से सिर्फ नौ शेयरों में बढ़त रही जबकि 21 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। सबसे ज्यादा तेजी वाले पांच शेयरों में एक्सिस बैंक (6.16 फीसदी), एसबीआईएन (2.47 फीसदी), ओएनजीसी (1.17 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.12 फीसदी) और अल्ट्राटेक सीमेंट (0.72 फीसदी) शामिल रहे।
सेंसेक्स के सबसे ज्यादा गिरावट वाले पांच शेयरों में हिंदुस्तान यूनीलीवर (3.65 फीसदी), मारुति (3.56 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (2.81 फीसदी), पावरग्रिड (2.60 फीसदी) और कोटक बैंक (2.25 फीसदी) शामिल रहे।
बीएसई के 19 सेक्टरों में 15 सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई, जिनमें से सबसे ज्यादा गिरावट वाले पांच सेक्टरों में रियल्टी (2.07 फीसदी), आईटी (1.93 फीसदी), एफएमसीजी (1.79 फीसदी), टेक (1.62 फीसदी) और ऑटो (0.94 फीसदी) शामिल रहे।
बीएसई के बढ़त वाले चार सेक्टरों में तेल व गैस (0.77 फीसदी), टेलीकॉम (1.93 फीसदी), बैंक इंडेक्स (0.29 फीसदी), और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (0.27 फीसदी) शामिल रहे।