नई दिल्ली, | मुख्यधारा के निवेशकों के बीच स्वीकृति के बढ़ते संकेत के साथ दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन रविवार को 60,000 डॉलर के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गई। वेबसाइट कॉइनमार्केटकैप के अनुसार, 12.34 बजे क्रिप्टोकरेंसी ने 60,197 डॉलर के निशान को स्पर्श किया और इसके बाद 60,000 डॉलर के आसपास मंडराता रहा।
जेबपे में मुख्य विपणन अधिकारी विक्रम रंगला ने बताया कि “एक व्यापारी के रूप में 20 वर्षो के बाद मैं स्पष्ट रूप से इस नवीनतम सर्वकालिक उच्च बिटकॉइन मूल्य से उत्साहित नहीं हूं, लेकिन मैं अपने इनबॉक्स में रॉकेट-इमोजी संदेशों का आनंद लेता हूं। मेरे पुराने दिग्गजों की सलाह अभी भी सर्वोपरि है – शिक्षा प्रथम (एजुकेशन फर्स्ट)। जो ऊपर चढ़ता है, उसे नीचे भी आना पड़ता है। इसलिए मूल्य अनुमानों से विचलित न हों।
गौरतलब है कि बिटकॉइन का मूल्य पिछले तीन महीनों में तीन गुना हो गया है। दिसंबर में यह 20,000 डॉलर पर था। इस साल अरबपति एलोन मस्क की इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी टेस्ला द्वारा इसमें 1.5 बिलियन डॉलर के निवेश के बाद बिटकॉइन 72 प्रतिशत बढ़ गया।
बिटकॉइन, जिसे 2009 में फिर से लॉन्च किया गया था, 2017 में दोबारा सुर्खियों में आया। जनवरी में इसका मूल्य 1,000 डॉलर से भी कम होने के बाद उसी साल दिसंबर में यह लगभग 20,000 डॉलर पर पहुंच गया।
खरीदार आक्रामक रूप से अधिक से अधिक बिटकॉइन (बीटीसी) जमा कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप बीटीसी की मूल्य वृद्धि नई सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गई है। वर्ष 2013 में पहली बार 1,000 डॉलर के पार जाने के बाद यह वित्तीय संस्थानों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।