नई दिल्ली, | निजी चीनी मिलों का शीर्ष संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने चालू सीजन में चीनी उत्पादन के अपने अनुमान में कटौती की है। उद्योग संगठन द्वारा गुरुवार को जारी दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार, देश में 2020-21 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान चीनी का उत्पादन 302 लाख टन रह सकता है, जबकि पहले अग्रिम अनुमान में इस्मा ने 310 लाख टन उत्पादन का आकलन किया था। दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार, उत्तरप्रदेश में चालू सीजन के दौरान चीनी का उत्पादन 105 लाख टन हो सकता है, जबकि पिछले सीजन 2019-20 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन 126.37 लाख टन हुआ था। उद्योग संगठन का कहना है कि गóो की पैदावार कम होने और चीनी की रिकवरी भी कम होने के साथ-साथ गुड़/खांडसारी में गóो का उपयोग होने और बी-हैवी शीरे से एथेनॉल का उत्पादन होने की वजह उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन पिछले साल से कम रहने का अनुमान है। उत्तर प्रदेश में एथेनॉल उत्पादन के लिए करीब 6.74 लाख टन चीन डायवर्ट होने का अनुमान है, जोकि पिछले साल 3.70 लाख टन था।
महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन इस साल है। पिछले साल महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन 61.69 लाख टन हुआ था। राज्य में गóो का रकबा 48 फीसदी बढ़ा हुआ है और मौसम अनुकूल रहने से पैदावार भी पिछले साल से बेहतर है। महाराष्ट्र में भी पिछले साल के है।
देश में चीनी का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कर्नाटक में इस सीजन में उत्पादन हुआ था। कर्नाटक में पिछले साल के है।
दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के मुताबिक, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना, बिहार, पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़, ओडिशा और उत्तराखंड को मिलाकर कुल 49.35 लाख टन चीनी का उत्पादन हो सकता है।
उद्योग संगठन के अनुमान के अनुसार, चीनी का पिछले सीजन का बकाया स्टॉक 107 लाख टन है और चालू सीजन में उत्पादन 302 लाख टन को मिलाकर कुल आपूर्ति के लिए बचा हुआ स्टॉक 89 लाख टन रहेगा।