भोपाल. ढाई महीने की लव मैरिज के बाद ही पति को पत्नी के कैरेक्टर पर शक हो गया. उसने जुनून में आकर पत्नी के दोनों हाथ काट दिए. पत्नी का भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. आरोपी फरार है. जानकारी के मुताबिक, डॉक्टरों की टीम ने हाथ जोड़ दिए हैं, लेकिन फिलहाल हाथ काम नहीं कर रहे.
जानकारी के मुताबिक अनीता और रणधीर सागर के रहने वाले हैं. ढाई महीने पहले 8 जनवरी को दोनों ने कोर्ट मैरिज की थी. पांच सालों की मुलाकात के बाद दोनों ने शादी की थी. अनीता ने बताया कि शादी करने के बाद 15 दिन तक तो रणधीर ने उससे अच्छी तरीके से बात की, लेकिन फिर अचानक शक करने लगा.रणधीर उससे कहने लगा कि वह किसी और से बात करती है. जबकि, पत्नी बार-बार उससे कहती रही कि मैंने आपसे लव मैरिज की है.
उस दिन की खौफनाक कहानी
अनीता ने बताया कि सोमवार रात जब सब लोग खाना खाकर सो गए रणधीर ने उससे कहा कि जंगल चलो लकड़ियां लेकर आते हैं. अनीता ने कहा कि सुबह चलेंगे तो उसने कहा लकड़ियां कटी पड़ी हैं, केवल उठाकर लानी हैं. दोनों घर से निकल गए. गांव से नदी के पुल के आगे जाकर आरोपी ने पत्नी से पूछा कि कहां से कांटें, तो पत्नी ने कहा ऊपर से. इतना सुनते ही आरोपी ने पेड़ की जगह अनीता पर कुल्हाड़ी से वार करना शुरू कर दिए.
जैसे-तैसे ससुराल पहुंची महिला
अनीता ने बताया- मेरे दोनों हाथ खून से लथपथ हो गए. मैं जमीन पर गिर पड़ी. इसके बाद रणधीर चला गया. मैंने इस बीच सड़क से निकलती कारों और ट्रकों को रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मुझे नहीं देखा. रणधीर मुझे देखकर दोबारा मेरी तरफ आया. मैं बेहोश होने का नाटक कर जमीन पर गिर पड़ी. इसके बाद वह एक ट्रक में बैठकर चला गया. मैं पहली बार जंगल गई थी. जैसे-तैसे उसी रास्ते से अपने ससुराल पहुंची और परिजनों को घटना के बारे में बताया. आरती के ससुर नारायण सिंह उसे सागर से लेकर भोपाल के हमीदिया अस्पताल आ गए. वे ही उसकी देखरेख कर रहे हैं। वह कहते हैं कि मेरे तीन लड़के थे. अब तीसरा मर गया. मेरा उससे कोई लेना देना नहीं है.
डॉक्टरों ने जोड़े दिए हाथ, नतीजा कुछ दिनों बाद
हमीदिया अस्पताल के बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्राध्यापक डॉक्टर आनंद गौतम ने बताया कि पीड़ित को लेकर उसके परिजन मंगलवार को 1 बजे आए थे. उसका दायां हाथ 90-95% और बायां हाथ 95% कट चुका था. हमने दोनों हाथ जोड़ दिए हैं। आज सुबह उसके हाथ में मूवमेंट दिखा है. मरीज अपना हाथ हिला पा रही है। फिर भी हाथ के काम करने के बारे में तीन से चार दिन बाद पता चल पाएगा.