पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद कांग्रेस में अब इस्तीफे की पेशकश की खबर आ रही है। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में प्रदर्शन की समीक्षा के फैसले के बाद बिहार चुनाव में जिम्मेदारी संभालने वाले कई नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर दी है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को भेज दिया है। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित कई अन्य नेताओं ने भी त्यागपत्र देने की पेशकश की है। हालांकि, अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
कांग्रेस के अंदर और बाहर इस बात को लेकर बहस तेज है कि बिहार चुनाव में पार्टी ने पूरी ताकत से लड़ने का काम नहीं किया। जिन नेताओं के ऊपर इसकी जिम्मेदारी थी उनकी भूमिका पर लगातार सवाल उठाये जा रहे हैं।
उम्मीदवार के चयन से लेकर, चुनावी सभा तक इन सवालों के घेरे में हैं। पार्टी के अंदर और गठबंधन के सहयोगी भी यह खुलकर कह रहे हैं कि कांग्रेस को गठबंधन में मजबूत सीट पर ही चुनाव लड़ना चाहिए।
गठबंधन में अधिक सीट पर चुनाव लड़ने की कोशिश में कई ऐसी सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हो गये जिस पर जीत की कोई संभावना नहीं थी। कांग्रेस नेता तारिक अनवर और पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा समेत कई नेताओं ने पार्टी में आत्ममंथन की जरूरत बताई है।
यह पार्टी और गठबंधन के सहयोगी दोनों के लिए विचारनीय सवाल है कि विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की घटक कांग्रेस सिर्फ 19 सीटों पर कैसे सिमट गई, जबकि उसने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के सत्ता से दूर रह जाने का एक प्रमुख कारण कांग्रेस के इस निराशाजनक प्रदर्शन को भी माना जा रहा है, लेकिन कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो तेजस्वी ने कई संभावित जीत वाली सीट पर कांग्रेस के अनुरोध के बावजूद सभा के लिए समय नहीं निकाला।